Sunday, November 6, 2011

दिल जाने मेरे सारे भेद ये गहरे, हो गए कैसे मेरे सपने सुनहरे
ये मेरे सपने, येही तो है अपने, मुझसे जुदा न होंगे इनके ये शाये

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You see things; and you say, "Why?" But I dream things that never were; and I say, "Why not?"