ज़िन्दगी के सभी रास्ते सर्द हैं,
अजनबी रात के अजनबी दर्द हैं,
याद से कह दो गुज़र जाये, बहुत बात हुई,
मैं थक गया हूं, मुझे सोने दो, बहुत रात हुईI
Gulzar...
Sunday, April 11, 2010
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- Brijesh N Bhatt
- You see things; and you say, "Why?" But I dream things that never were; and I say, "Why not?"
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