Sunday, April 11, 2010

ज़िन्दगी के सभी रास्ते सर्द हैं,
अजनबी रात के अजनबी दर्द हैं,
याद से कह दो गुज़र जाये, बहुत बात हुई,
मैं थक गया हूं, मुझे सोने दो, बहुत रात हुईI
Gulzar...

No comments:

Post a Comment

Followers

About Me

My photo
You see things; and you say, "Why?" But I dream things that never were; and I say, "Why not?"